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ऋतू फोगाट की मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में शानदार जीत, चीन में बजा 'वन्दे मातरम'

भारत के लिए कुश्ती में स्वर्णपदक लाने वाली ऋतू फोगाट ने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में भी एक स्वर्णिम शुरुआत की है।

आज चीन की राजधानी बीजिंग में आयोजित वन चैंपियनशिप के "ऐज ऑफ़ ड्रैगन्स" प्रतिस्पर्धा में ऋतू ने दक्षिण कोरिया की नाम ही किम से मुकाबला किया और पहले ही राउंड में शानदार तरीके से जीत हासिल किया।

बाउट के शुरुआती क्षणों में ऋतू ने बांये हाथ के जैब से प्रतिपक्ष को भांपा और 'सिंगल लेग टेकडाउन' से मुकाबले को ज़मीन पे ले गए। किम ने शक्ती दर्शाते हुए अपनी बचाव की और ऋतू फिर से खड़े होकर मुक्केबाज़ी में उलझना उचित समझा।

किम ने ऋतू पर बांये पैर के किक से दो बार हमला किया लेकिन ऋतू पर उसका कोई असर नहीं हुआ। वह मौका मिलते ही दोबारा टेकडाउन के लिए आगे बढ़े। किम को ज़मीन में गिराकर ऋतू बांये हाथ से मुक्के लगाते रहे लेकिन किम ने अपना गार्ड बनाये रक्खा। ऋतू फिरसे उठ खड़े हुए लेकिन इससे पहले की किम संभल पाती ऋतू ने फिर हमला किया। इस बार ऋतू 'साइड कण्ट्रोल' हासिल करने में कामयाब हुए।

अपने पैरों और बांये हाथ के ज़ोर से ऋतू ने किम के दोनों हाथ जकड़ लिए और अपने दांये हाथ से मुक्के बरसाते रहे। अब रेफ़री ओलिवियर कोस्टा के पास इस बाउट को रोकने के इलावा कोई चारा नहीं बचा। पहले राउंड के ३ मिनट ३७ सेकेण्ड पर ऋतू फोगाट ने 'टेक्निकल नॉक आउट' से विजय हासिल किया।

पेशेवर 'एम् एम् ए' में अपने पहले जीत के बाद ऋतू ने जब बीजिंग की जनता को 'नि हाओ' कहा तो पूरा स्टेडियम तालियों और हर्षोल्लास से भर उठा। ऋतू ने कहा, "मैं अपनी बहनों और अपने परिवार की शुक्रिया अदा करना चाहती हूँ, उन्होंने मुझपे विश्वास किया और हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया। मैं सबको उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त करती हूँ और यह वादा करती हूँ की हमेशा लड़ाई में अपनी सौ प्रतिशत कोशिश लगा दूंगी।"

बाउट के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ऋतू ने कहा की मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में उनकी यात्रा अभी तो सिर्फ शुरू ही हुई है, "मेरा एक ही मकसद है, देश के लिए मुझे वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतना है। इसी लिए मैंने अपने वाक-आउट के लिए ए आर रहमान के 'वन्दे मातरम' को सुना। इस गाने को सुनते ही मुझमें एक जोश आती है की देश के लिए कुछ करके दिखाना है। अब जब तक मैं अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर लेती रुकूंगी नहीं।"

नाम ही किम के बारे में ऋतू ने कहा, "मुझे यकीन था की शुरू में टेकडाउन किया तो 'ग्राउंड एंड पाउंड' से जीत मिल सकती है। वह एक अच्छी फाइटर हैं लेकिन मैं हर हालात के लिये तैयार थी। जो भी प्लान किया था हमने वह क़ामयाब रहा।"

ऋतू ने कहा की मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में उनकी ट्रेनिंग सिंगापुर की 'इवॉल्व एम् एम् ए' में जारी रहेगी, "में सीधे वापस जाके अपनी ट्रेनिंग में ध्यान दूंगी। मुझे जल्द ही एक और बाउट खेलना है। फिर आगे जाके मैं वन चैंपियनशिप की एटमवेट चैंपियन एंजेला ली को चुनौती देना चाहती हूँ।"

सिंगापुर की रहने वाली एंजेला ली पिछले तीन साल से चैंपियन बनी हुई हैं। लेकिन ऋतू फोगाट की शानदार कुश्ती ​और 'ग्राउंड एंड पाउंड' को देखते हुए कई यह मानते हैं की वह इस वर्ल्ड चैंपियनशिप बेल्ट को हासिल करने की क्षमता ज़रूर रखती हैं।


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